अब सेविंग्स अकाउंट में पड़ा फालतू पैसा भी कमाएगा FD जैसा ब्याज, जानिए कैसे काम करती है Auto Sweep Facility
अगर आप चाहते हैं कि बैंक में रखा आपका फालतू पैसा यूं ही न पड़ा रहे, बल्कि उस पर Fixed Deposit (FD) जैसा रिटर्न भी मिले और ज़रूरत पड़ने पर पैसे निकालने की सुविधा भी बनी रहे, तो Auto Sweep Facility एक शानदार विकल्प हो सकता है। इसमें सेविंग्स अकाउंट में तय सीमा से ऊपर का पैसा अपने आप FD में बदल जाता है और जरूरत पड़ने पर वो पैसे तुरंत वापस सेविंग्स में आ जाते हैं।

नई दिल्ली: अगर बैंक में आपका पैसा सिर्फ सेविंग्स अकाउंट में पड़ा है और उस पर बेहद कम ब्याज मिल रहा है, तो Auto Sweep Facility आपके काम की हो सकती है। ये सुविधा उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो चाहते हैं कि उनका पैसा हमेशा liquid भी रहे और उस पर बेहतर return भी मिले।
इस स्कीम में बैंक आपके सेविंग्स अकाउंट में तय लिमिट से ज़्यादा जमा रकम को अपने आप फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में बदल देता है। खास बात ये है कि जब आपको पैसे की ज़रूरत होती है, तो वो FD अपने आप उतनी राशि में टूट जाती है, जितनी आपको चाहिए। बाकी की FD बनी रहती है और उस पर ब्याज मिलता रहता है।
कैसे काम करती है ये सुविधा?
मान लीजिए आपके सेविंग्स अकाउंट में ₹50,000 पड़े हैं और थ्रेसहोल्ड लिमिट ₹25,000 तय की गई है। ऐसे में बचे हुए ₹25,000 बैंक अपने आप FD में ट्रांसफर कर देगा। इस रकम पर आपको बैंक की FD दर के मुताबिक ब्याज (interest on FD) मिलेगा, जो आम तौर पर 6%–7% के बीच होता है।
अब अगर आपको ₹40,000 की जरूरत पड़ती है, तो सबसे पहले ₹25,000 सेविंग्स अकाउंट से निकल जाएंगे और बाकी ₹15,000 FD से sweep-in होकर ट्रांसफर हो जाएंगे — वो भी बिना पूरी FD को तोड़े।
Auto Sweep Facility की अहम बातें
ब्याज दर (Interest Rate)
इस स्कीम के तहत जो रकम FD में जाती है, उस पर बैंक FD जैसा ब्याज देता है, जो सेविंग्स अकाउंट से कहीं ज्यादा होता है। मौजूदा समय में ये दरें लगभग 6%–7% तक हैं (bank dependent)।
लिक्विडिटी (Liquidity Advantage): Auto Sweep की सबसे बड़ी खासियत यही है — पैसा तुरंत उपलब्ध होता है। ज़रूरत के वक्त आप जितनी राशि निकालना चाहें, उतनी FD अपने आप टूटती है और वो पैसा सेविंग्स अकाउंट में आ जाता है।
थ्रेसहोल्ड लिमिट (Threshold Limit): हर बैंक एक न्यूनतम लिमिट तय करता है, जिसे पार करने के बाद अतिरिक्त राशि FD में बदलती है। ये लिमिट ₹25,000 या ₹50,000 जैसी हो सकती है। ग्राहक चाहें तो ये लिमिट अपनी जरूरत के मुताबिक सेट कर सकते हैं।
FD की अवधि (Tenure of Sweep-In FD): Auto Sweep में जो FD बनती है, उसकी अवधि (tenure) बैंक के नियमों और आपकी पसंद के हिसाब से तय होती है। आमतौर पर ये 1 साल से लेकर 5 साल तक हो सकती है।
कैसे शुरू करें Auto Sweep?
इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए आपको अपने बैंक की ब्रांच में जाकर या net banking के जरिए Sweep-In FD का ऑप्शन चुनना होता है। कुछ बैंकों में ये ऑप्शन पहले से एक्टिव होता है, जबकि कुछ में इसके लिए अलग से रिक्वेस्ट करनी पड़ती है।
अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा सेविंग्स में पड़े-पड़े बेकार न जाए, और जब ज़रूरत हो तब तुरंत हाथ में भी आ जाए, तो Auto Sweep Facility एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। इससे ना सिर्फ बेहतर ब्याज मिलता है, बल्कि पैसे की flexibility भी बनी रहती है।